📍 अलवर | सरिस्का टाइगर रिजर्व में शनिवार की शाम पर्यटकों के लिए यादगार बन गई, जब युवराज ST-21 टाइगर ने अचानक कैंटर और जिप्सियों के बीच से निकलते हुए सबको रोमांचित कर दिया। यह दृश्य कुछ ही सेकंड का था, लेकिन पर्यटकों की स्मृति में जीवनभर के लिए बस गया।
बच्चों ने कहा ‘बाय’, बाघ ने दर्ज कराई दमदार मौजूदगी
काला कुआं क्षेत्र में हुई इस साइटिंग के दौरान बाघ की मौजूदगी इतनी निकट थी कि बच्चों ने उसे देखकर हाथ हिलाकर ‘बाय’ भी कहा। करीब 15 सेकंड तक टाइगर सफारी वाहनों के बीच से निकलता रहा और एक बार हल्की सी गुर्राहट करते हुए जंगल की ओर बढ़ गया। इस पूरे घटनाक्रम ने जंगली जीवन की शक्ति और आकर्षण को पर्यटकों के सामने जीवंत कर दिया।
अनुभव के चश्मदीद: अनुभवी गाइडों की जुबानी
गाइड नत्थू यादव और अर्जुन के अनुसार, “ST-21 अचानक ट्रैक पर सामने आया और सीधा वाहनों के बीच से गुजर गया। किसी भी तरह की आक्रामकता के बिना उसने अपनी शाही चाल से ट्रैक पार किया और जंगल में गुम हो गया।”
सरिस्का: संरक्षण और पर्यटन का आदर्श संगम
वर्तमान में सरिस्का में 48 बाघों की उपस्थिति दर्ज की गई है, जो इस रिजर्व की बड़ी सफलता का प्रतीक है। बाघों की संख्या में बढ़ोतरी के साथ पर्यटकों को भी बार-बार टाइगर साइटिंग का अवसर मिल रहा है। यह स्थिति सरिस्का को बाघ संरक्षण के साथ-साथ पर्यटन के लिए भी महत्वपूर्ण बना रही है।
भविष्य की योजनाएं: तालवृक्ष रेंज में नया ट्रैक
सरिस्का प्रशासन ने तालवृक्ष रेंज में नए सफारी ट्रैक की योजना तैयार की है, जिसकी अनुमति उच्चस्तरीय समिति से मांगी गई है। इस क्षेत्र में बाघों की संख्या सर्वाधिक है, और ट्रैक खुलने से पर्यटकों को और बेहतर अनुभव मिलेगा।