जयपुर. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि समृद्ध समाज के निर्माण के लिए स्वस्थ समाज का होना बेहद आवश्यक है। राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य संस्थान इसी दिशा में काम कर प्रदेशवासियों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों का उत्तम स्वास्थ्य राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता है तथा स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार एवं सुदृढ़ीकरण कर राज्य सरकार आयुष्मान राजस्थान की संकल्पना को साकार कर रही है। शर्मा मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ बजट पूर्व संवाद को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति के जीवन में शिक्षा-चिकित्सा मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है तथा इसमें किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता। स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने के लिए अभियान चलाएं जिससे देश-समाज को इसका फायदा हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने 6 माह के अल्प कार्यकाल में ही चिकित्सा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए हैं। विकसित भारत संकल्प यात्रा में स्वास्थ्य के विभिन्न मानकों में राजस्थान देश में प्रथम स्थान पर रहा। साथ ही, 10 हजार से अधिक वेलनेस सेंटर को आयुष्मान आरोग्य मंदिर के रूप में परिवर्तित कर दिया है।
एकात्म मानववाद की अवधारणा पर चले विभाग
मुख्यमंत्री ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय के द्वारा दी गई एकात्म मानववाद की अवधारणा चिकित्सा क्षेत्र में बहुत कारगर साबित हो सकती है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग जन सेवा और जनभावनाओं से जुड़ा विभाग है, ऐसे में ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की भावना से कार्य करते हुए प्रत्येक जरूरतमंद तक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चिकित्सा के क्षेत्र में राज्य को देश में अग्रणी बनाने तथा अंतिम छोर पर खड़े प्रत्येक व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए कृतसंकल्पित है। मीटिंग में उप मुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री दिया कुमारी ने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य तंत्र को मजबूत, सुगम एवं संवेदनशील बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि आगामी बजट में सबका साथ-सबका विकास की अवधारणा पर बल देते हुए स्वास्थ्य सेवाओं का और अधिक सुदृढ़ीकरण किया जाएगा।