अलवर. BSR महाविद्यालय अलवर में संस्कृत विभाग की वरिष्ठ प्रोफेसर एवं राष्ट्रीय आदिवासी एकता मंच की प्रदेशाध्यक्ष तथा जिला समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना अलवर डॉ सरोज मीना ने बाली इंडोनेशिया में पत्र वाचन किया। उन्होंने आई गुस्ती बागस सुग्रीव स्टेट हिंदू यूनिवर्सिटी देनपसार बाली—इंडोनेशिया एवं साहित्य संचय शोध संवाद संस्थान दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में “प्रतीक चिन्हों में परिलक्षित भारतीय संस्कृति ” विषय पर अपना शोधपत्र वाचन किया। डॉ. मीना ने देनपसार शहर में इंटरनेशनल डिवाइन लवर्स सोसाइटी परमधाम आश्रम -देनपसार इंडोनेशिया की ओर से आयोजित काव्य संध्या में काव्य पाठ किया। संगोष्ठी का आयोजन दिनांक 14 व 15 जून 2024 को हुआ था। पत्र वाचन के लिये डॉ. सरोज मीना को प्रमाण पत्र व पुरस्कार देकर सम्मानित किया तथा काव्य संध्या में उत्तम काव्य पाठ करने पर “परमधाम आश्रम “देनपसार इंडोनेशिया के द्वारा प्रोफेसर डॉक्टर सरोज मीणा को “गलूगन कल्चरल अवार्ड ” से सम्मानित भी किया गया । इस दस दिवसीय अकादमिक व शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम में डॉक्टर सरोज मीणा द्वारा 13 जून से 21 जून तक बाली के विभिन्न नगरो यथा बाली,कुटा , देनपसार , कुबु, बेनोआ, तुबान का भ्रमण कर वहां की साहित्यिक, सांस्कृतिक धार्मिक पृष्ठभूमि की गंवेषणा की गई तथा कुटा प्रदेश के उलुवात में स्थित विश्व प्रसिद्ध हिंदू समुंदरी मंदिर “उलुवातु ” में विशुद्ध हिन्दु परम्परा पर आधारित “केचक डान्स ” जो कि श्रीराम के चरित्रांकन पर आधारित है को देखा तथा तम्बपक श्रृंगी में “तिरथा इम्पुल “भारतीय संस्कृति पर आधारित मन्दिर के दर्शन किए। शैक्षणिक भ्रमण के अंतर्गत वियतनाम देश का भी तीन दिवसीय भ्रमण किया गया और वहा बाऊ तेंग चुंग के “वार रिमेन्ट म्यूजियम व हो ची मिन्ह सिटी में “प्रेसीडेन्ट स्टेच्यू व माई थो में स्थित “तंग रिवर और त्रा मत ओंग डेल्टा का अवलोकन किया।
Dr.saroj meena is really great personality of tribal society
We are proud of her
She Is awesome