अहमदाबाद: गुजरात में बतौर मुख्यमंत्री चार साल पूरे कर चुके सीएम भूपेंद्र पटेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन पर 'मोदी स्टोरी' साझा की है। गुजरात के सीएम ने अपने पहले हिंदी इंटरव्यू में बताया है कि वह कब और कैसे पहली बार पीएम मोदी से मिले थे। गौरतलब हो कि भूपेंद्र पटेल सीएम बनने से पहले अहमदाबाद की घाटलोडिया सीट से विधायक थे। वह गुजरात की राजनीति बिल्कुल भी चर्चित नाम नहीं थे, लेकिन जब बीजेपी ने गुजरात नो रिपीट थ्योरी को लागू किया था तो भूपेंद्र पटेल अंतिम लाइन से सीधे पहली पंक्ति में पहुंचे। वह विधायक से सीधे मुख्यमंत्री बने थे। भूपेंद्र पटेल गुजरात में 17वें सीएम हैं। 65 साल के भूपेंद्र पटेल गुजरात के शक्तिशाली पाटीदार समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।
पीएम नरेंद्र-सीएम भूपेंद्र की पहली मुलाकात
गुजरात में मृदु और मक्कम मुख्यमंत्री कहे जाने वाली भूपेंद्र पटेल ने मोदी स्टोरी में बताया है कि माननीय नरेंद्रभाई से मेरी पहली मुलाकात तब हुई जब मैं स्कूल बोर्ड का वाइस चेयरमैन था। उस समय मोदीजी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। तब मुझे कुछ संशय था कि म्युनिसिपल स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे बहुत गरीब घरों से आते हैं। इसलिए अगर उनके साथ मध्यमवर्गीय परिवारों के बच्चों को नहीं रखा जाएगा तो ये बच्चे ठीक से नहीं पढ़ पाएंगे। लेकिन मोदीजी ने मुझे कहा कि, कुछ भी करो, पर इन बच्चों की शिक्षा की स्थिति में सुधार लाकर दिखाओ। आज जब पीछे मुड़कर उनकी उस बात को देखता हूं तो एहसास होता है कि देश में परिवर्तन लाने के लिए भी मोदीजी इसी दृष्टिकोण के साथ काम करते हैं।
सीएम बोले-आज भी याद है वो बात
भूपेंद्र पटेल के अनुसार बहुत से लोगों को लगता था कि इस देश में कोई सुधार संभव नहीं है। लेकिन मोदीजी ने देश के सामान्य नागरिकों पर पूरा भरोसा करके काम किया। उन्हें हमेशा विश्वास रहा है कि परिवर्तन संभव है और परिवर्तन अवश्य आएगा। आज हम देख सकते हैं कि देश में सकारात्मकता का वातावरण बना है। 140 करोड़ देशवासी भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की तत्परता से काम कर रहे हैं। मोदीजी की वह बात मुझे आज भी पूरी सकारात्मकता के साथ काम करने की प्रेरणा देती रहती है। गौरतलब हो कि गुजरात के सीएम सामान्य तौर पर गुजराती भाषा में संवाद करते हैं। उन्होंने पहली बार मोदी स्टोरी के लिए हिंदी में बात की है।