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    साल के भारतीय क्रिकेटर की भी गई प्लेन क्रैश में जान

    नई दिल्ली। 12 जून को गुजरात के अहमदाबाद में एक बड़ा विमान हादसा हुआ, जिसमें विमान में सवार 242 लोगों में से 241 लोगों की जान गई थी।

    अहमदाबाद के वल्लभ भाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के महज कुछ सेकेंड बाद एअर इंडिया का विमान हादसे का शिकार हो गया।

    इस हादसे की जांच अभी भी जारी है। इस कड़ी में एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है, जिसके अनुसार, अहमदाबाद प्लेन क्रैश में मारे गए लोगों में से एक 23 साल का क्रिकेटर भी शामिल था, जो कि लंदन लौट रहे थे।

    अहमदाबाद प्लेन क्रैश में गई जान

    अहमदाबाद प्लेन क्रैश में 23 साल के भारतीय क्रिकेटर धीर्घ पटेल भी शामिल थे, जिन्होंने हाल ही में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में अपना मास्टर्स पूरा किया था। बता दें कि धीर्घ एयर्डेल एंड वार्फेडेल सीनियर क्रिकेट लीग के लिए खेला करते थे।

    इस लीग के अनुसार, लंदन जा रहा यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 241 लोग में से एक घीर्घ भी थे, जिनकी हादसे में जान चले गई। धीर्घ जिस लीग के लिए खेला करते थे, उन्होंने इस की जानकार दी और उनके हादसे में शिकार होने पर गहरा दुख व्यक्त किया है।

    लीग ने एक बयान में कहा, – "लीड्स मॉडर्नियंस सीसी के धीर्घ पटेल की अहमदाबाद में कल हुए एयर इंडिया विमान दुर्घटना में हुई मौत की खबर सुनकर लीग को बेहद दुख हुआ है। वह क्रुतिक पटेल के भाई हैं, जो पहले पूल सीसी में थे। 

    बता दें कि धीर्घ 2024 में लीड्स मॉडर्नियंस सीसी के लिए एक विदेशी खिलाड़ी के रूप में खेले थे। उन्होंने 20 मैचों में 1st XI के लिए 312 रन बनाए और 29 विकेट लिए, जबकि इसी दौरान उन्होंने अपनी मास्टर्स की डिग्री भी पूरी की। उनका इरादा अपनी नई नौकरी में बसने के बाद एक विदेशी मूल के इंग्लिश रेजिडेंट खिलाड़ी के रूप में पंजीकरण कराने का था।

    उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ हडर्सफील्ड से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में एमएससी की पढ़ाई पूरी की थी। विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ कंप्यूटिंग एंड इंजीनियरिंग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के रीडर डॉ. जॉर्ज बर्गियानिस ने धीर्घ को एक असाधारण व्यक्ति के रूप में याद किया।

    उन्होंने बीबीसी को बताया, – "धीर्घ एक असाधारण व्यक्ति थे, हमेशा वह हर विषय पर चर्चा करने में उत्सुक रहते थे। कक्षाओं के दौरान मुझसे ऐसे प्रश्न पूछते थे जो गहरी समझ वाले होते थे, जिससे ये दर्शाता था कि वह कितने बुद्धिमान थे। उनके पास चीजों को गहराई से समझने की क्षमता थी। उनका इस हादसे का शिकार होना बेहद ही दुखद है, इससे ये पता चलता है कि जीवन कितना नाजुक हो सकता है। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार, दोस्तों, साथी छात्रों और उन सभी के साथ हैं जो उन्हें जानने के लिए भाग्यशाली थे। उनकी याद हम में से उन लोगों को प्रेरित करती रहे जो उन्हें करीब से जानते थे।"

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