फरीदाबाद। मवई गांव की झाड़ियों में सूटकेस में मिले शव के मामले को लेकर दो माह बाद भी क्राइम ब्रांच को कोई सफलता नहीं मिल पाई है। पुलिस के सामने मामले में सबसे बड़ा सवाल शव की पहचान काे लेकर है। जिसके लिए पुलिस ने न केवल 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरोंं को चेक किया। बल्कि दिल्ली एनसीआर की 200 से अधिक गुमशुदा महिलाओं की कुंडली भी खंगाल ली।
यहां तक की पुलिस ने शव की शिनाख्त को लेकर दिल्ली और नोएडा के सारे थानों से भी संपर्क कर लिया। अब पुलिस को अंदेशा है कि शव दिल्ली एनसीआर के बाहर से लाकर यहां पर डाला गया है। इसके लिए अन्य राज्यों की पुलिस से संपर्क साधा जा रहा है। तीन साल पहले पाली रोड और सूरजकुंड रोड पर सूटकेस में मिले शव के केस में भी क्राइम ब्रांच को कोई सफलता नहीं मिली थी।
मवई गांव की झाड़ियों में लाल रंग का सूटकेस मिला एक अप्रैल को खेड़ीपुल थाना क्षेत्र में मवई गांव की झाड़ियों में लाल रंग का सूटकेस मिला था। ग्रामीणों ने सूटकेस में से बदबू आने पर पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने सूटकेस खोला तो अंदर महिला का बगैर कपड़ों का धड़ था। सिर और पैरों का हिस्सा नहीं था। फोरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया गया। फोरेंसिंक टीम के अनुसार मृतक महिला की उम्र 40 साल के आसपास थी।
पहले मामले की जांच खेड़ीपुल थाना कर रहा था। फिर केस डीएलएफ क्राइम ब्रांच को सौंप दिया। क्राइम ब्रांच ने जांच को लेकर पहले आसपास के सीसीटीवी कैमरों को चेक किया। करीब 100 से अधिक कैमरों को चेक करने के बाद भी सफलता नहीं मिली। आसपास के गांवों में पांच से छह टीमों ने लोगाें से पूछताछ की। दिल्ली एनसीआर के थानों से गुमशुदा महिलाओं का रिकार्ड खंगाला गया। लेकिन कोई भी गुमशुदा महिला ऐसी नहीं थी। जिससे शव के बारे में कुछ जानकारी हासिल हो सके। अब पुलिस मामले को लेकर दूसरे राज्यों के थानों से संपर्क में लगी है। मवई गांव की झाड़ियों में सूटकेस में मिले शव की शिनाख्त को लेकर प्रयास किया जा रहा है। शिनाख्त होते ही केस भी खुल जाएगा। क्राइम ब्रांच की टीम मामले को लेकर दूसरे राज्यों से भी संपर्क कर रही है। – अमन यादव, एसीपी क्राइम
पहले मामले की जांच खेड़ीपुल थाना कर रहा था। फिर केस डीएलएफ क्राइम ब्रांच को सौंप दिया। क्राइम ब्रांच ने जांच को लेकर पहले आसपास के सीसीटीवी कैमरों को चेक किया। करीब 100 से अधिक कैमरों को चेक करने के बाद भी सफलता नहीं मिली। आसपास के गांवों में पांच से छह टीमों ने लोगाें से पूछताछ की।दिल्ली एनसीआर के थानों से गुमशुदा महिलाओं का रिकार्ड खंगाला गया। लेकिन कोई भी गुमशुदा महिला ऐसी नहीं थी। जिससे शव के बारे में कुछ जानकारी हासिल हो सके। अब पुलिस मामले को लेकर दूसरे राज्यों के थानों से संपर्क में लगी है।