चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने राज्यसभा सांसद सुभाष बराला के बेटे विकास बराला को बड़ा झटका दिया है। सरकार ने विकास बराला को एजी पद से हटा दिया है। बता दें कि विकास बराला पर यौन उत्पीड़न का आरोप है। उन्हें हाल ही में हरियाणा एजी ऑफिस ने लॉ ऑफिसर (एजी) के तौर पर नियुक्त किया था। लेकिन, नियुक्ति के दस दिन बाद ही सरकार ने इस फैसले पर यूटर्न ले लिया। सरकार ने यह कदम विवाद बढ़ने के बाद उठाया है। जानकारी के अनुसार, विकास के पिता और राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने भी राज्य सरकार को अपने बेटे का नाम हटाने का संकेत दिया था। इससे पहले 18 जुलाई को तत्कालीन राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने 97 नए कानून अधिकारियों की सूची को मंजूरी दी थी, जिसमें विकास बराला को असिस्टेंट एडवोकेट जनरल (AAG) बनाया गया था।
वर्णिका कुंडू ने उठाए थे सवाल
पूर्व IAS अधिकारी वीएस कुंडू की बेटी वर्णिका कुंडू ने सरकार के इस फैसले पर सवाल उठाए थे। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक सख्त पोस्ट डालकर सरकार के इस फैसले की आलोचना की थी। उन्होंने लिखा था कि यह निर्णय सरकार के ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसे नारों के विपरीत है और इससे गलत संदेश जाता है।
पार्टी के अंदर भी उठे थे सवाल
विकास बराला की नियुक्ति को लेकर हरियाणा भाजपा के भीतर भी मतभेद उभर आए थे। कई नेताओं ने कहा कि सरकार को केस का फैसला आने तक इंतजार करना चाहिए था। वहीं कुछ नेताओं ने तर्क दिया कि लंबा चलने वाला मुकदमा किसी की योग्यता पर असर नहीं डालना चाहिए। विकास की नियुक्ति से पार्टी की छवि को नुकसान हुआ है। एक तरफ हम बेटियों की सुरक्षा की बात करते हैं, और दूसरी तरफ ऐसे आरोपी को जिम्मेदारी देते हैं। हर फैसले से एक संदेश जाता है, जो फैसले से ज्यादा अहम होता है।