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    नहीं थम रही बारिश से तबाही: कई राज्यों के लिए अलर्ट, हो सकती है भारी से भारी बारिश

    नई दिल्ली। कई राज्यों में इस साल बारिश से भारी तबाही हुई है। लोग बेघर हो गए और खेती-वाड़ी को भी भारी नुकसान हुआ है। इसके बाद भी ये बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। मौसम विभाग ने कई राज्यों में भारी से भारी बारिश होने का अनुमान बताया है। जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में भारी बारिश हुई है। बाढ़ जैसी स्थिति के कारण शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए गए हैं। सामान्य जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है और व्यापार ठप हो गया है। मूसलाधार बारिश ने उत्तरी राज्यों को भी प्रभावित किया। हिमाचल प्रदेश मॉनसून की शुरुआत से ही प्राकृतिक आपदा की चपेट में है और यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से दिल्ली भी प्रभावित हुई है।  
    देश के विभिन्न हिस्सों में मॉनसून की सक्रियता के कारण अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, मॉनसून ट्रफ अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण में है। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। पश्चिम भारत में गुजरात, सौराष्ट्र, गोवा और महाराष्ट्र में 8 सितंबर तक भारी से अति भारी बारिश की संभावना है। उत्तराखंड, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में 10 सितंबर तक भारी बारिश और गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और अंडमान-निकोबार में 10 सितंबर तक भारी बारिश की चेतावनी है। इन क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश भी व्यापक रूप से होने की संभावना है। हिमाचल के राज्य आपात परिचालन केंद्र के अनुसार राज्य में कुल 1,292 सड़कें बंद हैं जिनमें से 294 मंडी, 226 कुल्लू, 216 शिमला, 204 चंबा और 91 सिरमौर ज़िले में हैं। स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र ने शुक्रवार और शनिवार को राज्य के कुछ स्थानों पर मेघगर्जन और बिजली कड़कने के साथ बारिश की आशंका को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। हिमाचल में अब तक बारिश से जुड़ी घटनाओं और सड़क हादसों में 343 लोगों की मौत हो चुकी है और 43 लोग लापता हैं।

    भीषण बाढ़ से जूझ रहा पंजाब
    पंजाब वर्तमान में दशकों में आई सबसे भीषण बाढ़ का सामना कर रहा है। हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण सतलुज, ब्यास और रावी नदियों के साथ-साथ मौसमी नालों के उफान पर आने यह बाढ़ आई है। अधिकारियों ने बताया कि अब तक सैलाब में 37 लोगों की मौत हुई है और 3.55 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। 1.75 लाख हेक्टेयर से अधिक की कृषि भूमि पर फसलें नष्ट हो गई हैं। 

    राजधानी दिल्ली में भी अलर्ट
    राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के कुछ इलाकों में गुरुवार को भी बारिश हुई। आगे और बारिश होने के अनुमान को देखते हुए येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। आईएमडी ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है क्योंकि पूर्व, दक्षिण, मध्य, नयी दिल्ली, उत्तर, दक्षिण-पश्चिम और पश्चिमी दिल्ली में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को आसमान में बादल छाए रहने और बारिश होने का अनुमान लगाया है। आज अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 33 डिग्री सेल्सियस और 23 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। गुरुवार को शहर के सफदरजंग प्राथमिक मौसम केंद्र ने शाम साढ़े पांच बजे तक 2 मिमी बारिश दर्ज की, जबकि रिज और लोधी रोड केंद्रों ने 5 मिमी और 2.4 मिमी बारिश दर्ज की।
     

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