रूपनगर में गो रक्षा दल पंजाब की टीम ने बुधवार रात को तीन माल वाहक वाहनों में गोवंश की तस्करी के मामले का पर्दाफाश किया। ये गोवंश मेरठ, उत्तर प्रदेश से लाए जा रहे थे। मौके पर पहुंची पुलिस ने एक बंद बाडी कंटेनर व दो कैंटर को जब्त कर लिया है।
इनमें 32 गोवंश और चार बछड़ों को ठूंस-ठूंस कर भरा गया था। कंटेनर पर पीछे डाक पार्सल लिखा है। पुलिस ने पांच चालकों व सहायकों को गिरफ्तार कर इनके खिलाफ पशु क्रूरता निवारण एक्ट और काउ स्लाटर एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है गो रक्षा दल ने पुलिस के साथ वीरवार रात पौने बारह बजे इन मालवाहनों को रुकवाया तो इनमें गोवंश ठूंस-ठूंसकर भरे थे।
कंटेनर में 13 गाये व दो बछड़े तथा दो कैंटरों में से एक में आठ गायें व दो बछड़े और दूसरे में सात गायें थीं। इन वाहनों में सांस लेने की भी व्यवस्था नहीं थी, न ही पीने के लिए पानी या खाने के लिए तूड़ी का प्रबंध था। कंटेनर में गोवंश को तिरपालों से ढंका गया था।
इससे स्पष्ट है कि गोवंशों को बूचड़खाने ले जाने की योजना थी। इन वाहनों पर एचआर 58 नंबर अंकित है। पकड़े गए आरोपित उत्तर प्रदेश के जिला शामली के रहने वाले हैं। इनमें गांव जीआना का नदीम, गांव किराना का महबूब, गांव बनत का मोहसीन, जान मोहम्मद और इरशाद शामिल हैं। सभी गोवंशों को रूपनगर के गोशाला में रखा गया है।
पठानकोट व श्रीनगर ले जाए जाने थे गोवंश
गो रक्षा दल के पंजाब के प्रधान निकसन कुमार ने बताया कि गोवंशों को बूचड़खाने ले जाने के लिए पठानकोट और श्रीनगर लेकर जाना था। गोवंश की तस्करी का साजिशकर्ता बंटी पठानकोट जिले के सुजानपुर का निवासी है, जो लंबे समय से इस अवैध व्यापार में संलिप्त है।
इससे पहले भी बंटी को खन्ना पुलिस ने गोवंश से भरे ट्रक के साथ पकड़ा था, लेकिन तब मामला रफादफा हो गया था। रूपनगर सिटी के एसएचओ पवन चौधरी ने कहा कि बंटी की भूमिका की जांच की जाएगी और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।