चंडीगढ़: सिटी ब्युटीफुल के नाम से फेमस चंडीगढ़ की पुलिस पर अक्सर बाहर की गाड़ियों के चालान करने के आरोप लगते रहे हैं। कई ऐसे वीडियो भी सामने आए थे जिसमें पुलिस कर्मी पैसे लेकर वाहन चालकों के चालान नहीं करते थे। लेकिन हाल ही में चंडीगढ़ के नए डीजीपी डॉ. सागर प्रीत हुड्डा ने आदेश दिए था कि सड़कों पर अब पुलिस कर्मचारी केवल ट्रैफिक मैनेज करेंगे और चालान के लिए गाड़ियों को नहीं रोकेंगे। इसी वजह से अब चालान केवल उन्हीं मामलों में किया जा रहा है जहां साफ और गंभीर उल्लंघन नजर आए। डीजीपी के इस आदेश के बाद मैन्युअल यानी मौके पर काटे जाने वाले चालानों की संख्या में भारी कमी आई है। पहले जहां रोजाना औसतन सैकड़ों चालान ट्रैफिक पुलिसकर्मी मौके पर काटते थे, वहीं अब यह संख्या घटकर सिर्फ 45 चालान प्रतिदिन रह गई है।
आरटीआई में हुआ खुलासा
आरटीआई के जरिए मिली जानकारी के अनुसार, 1 जुलाई से 20 अगस्त के बीच चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस ने कुल 1,02,222 चालान जारी किए। इनमें से 84,204 चालान सीसीटीवी कैमरों के जरिए और सिर्फ 18,018 चालान ट्रैफिक पुलिसकर्मियों द्वारा मौके पर काटे गए। सिर्फ जुलाई महीने की बात करें तो कुल 71,655 चालान जारी हुए, जिनमें से 54,857 चालान सीसीटीवी से और 16,798 चालान मैन्युअली जारी किए गए। वहीं अगस्त के पहले 20 दिनों में मात्र 1,220 चालान मैन्युअल काटे गए, जबकि 29,347 चालान सीसीटीवी कैमरों के जरिए किए गए।
प्रति घंटे 96 चालान
सामाजिक कार्यकर्ता आर.के. गर्ग ने बताया कि जुलाई और अगस्त के दौरान चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस ने सीसीटीवी और मैन्युअल दोनों तरीकों से मिलाकर औसतन प्रति घंटे 96 चालान जारी किए। यानी प्रतिदिन करीब 2,300 चालान काटे जा रहे हैं, जिनमें से अधिकांश सीसीटीवी पर आधारित होते हैं। बता दें कि चंडीगढ़ में पहले से ही 2,000 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे विभिन्न ट्रैफिक जंक्शनों पर लगाए जा चुके हैं। ये कैमरे इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) से जुड़े हैं, जिसका उद्घाटन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 27 मार्च 2022 को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत किया था।