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    छिंदवाड़ा में खाद संकट पर फूटा किसानों का गुस्सा, महिला ने चप्पल उतार कर जताया विरोध

    छिंदवाड़ा: रात-रात भर यूरिया खाद के लिए गोदाम के बाहर लाइन लगाने के बाद भी किसानों को खाद नहीं मिली तो उनका गुस्सा फूट पड़ा. नाराज किसानों ने सड़क पर प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस दौरान उन्हें सड़क से हटाने पहुंची पुलिस और किसानों के बीच झड़प हो गई. बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मी द्वारा डंडा चलाने पर एक महिला ने अपनी चप्पल निकाल ली. वहीं, इस दौरान पथराव भी किया गया, जिसमें 1 व्यक्ति घायल हो गया.

    किसानों ने सड़क जाम कर किया प्रदर्शन

    यूरिया की कमी को लेकर सोमवार को किसान आक्रोशित हो गए. जानकारी के अनुसार दूर-दराज से आए कई किसानों न पूरी रात खाद वितरण केंद्र पर ही बिताई. इसके बाद सुबह 6 बजे से यूरिया लेने के लिए लाइन में लग गए. जब उन्हें यूरिया नहीं मिली तो गुस्सा फूट पड़ा और सिवनी–छिंदवाड़ा मुख्य मार्ग पर चक्का जाम कर दिया.

     

    महिला ने पुलिस को दिखाई चप्पल

    किसान नेता और कांग्रेस जिलाध्यक्ष विश्वनाथ ओकटे ने बताया कि "सड़क जाम होने की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची. पुलिस ने किसानों को सड़क से हटाने की कोशिश की. इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच झड़प हो गई." जिसके बाद एक पुलिस ने डंडा चलाया तो एक महिला अपनी चप्पल उतार पुलिस पर हमला कर दिया. वहीं, केंद्र पर पदस्थ कर्मचारी द्वारा किसानों से अभद्र व्यवहार किए जाने की भी शिकायत सामने आई है.

     

    पथराव में 1 व्यक्ति घायल

    प्रदर्शन के दौरान जब स्थिति तनावपूर्ण हो गई तो पथराव शुरू हो गया. जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया. बताया गया कि चौरई निवासी खगेश रघुवंशी घर लौट रहे थे. तभी पत्थर लगने से वे गंभीर रूप से घायल हो गए. उनके सिर पर चोट आई है, जिसके चलते उन्हें चौरई अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां से प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें छिंदवाड़ा जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. वहीं, लाइन में लगी एक महिला भी बेहोश हो गई जिसे अस्पताल भेजा गया. आरोप लगाया जा रहा है कि महिला को चोट लगी जिससे वह बेहोश हो गई.

    खाद की ब्लैक मार्केटिंग का आरोप

    किसानों ने वितरण केंद्र पर यूरिया खुलेआम ब्लैक में बेचे जाने का आरोप लगाया है. किसान नेता गगन चौधरी ने बताया कि "गोदाम से गाड़ियों में भरकर यूरिया बाहर भेजी जा रही है, लेकिन किसानों को जरूरत के अनुसार पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिल रही है." इसके साथ ही वितरण केंद्र पर व्यवस्था को लेकर भी सवाल खड़े किए गए. कहा गया कि यूरिया वितरण केंद्र पर न तो पीने के पानी की व्यवस्था है और न ही धूप–बारिश से बचाव के इंतजाम.

     

    आश्वासन मिलने पर हटा जाम

    घटना की गंभीरता को देखते हुए मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने किसानों को आश्वासन दिया कि मंगलवार से यूरिया का वितरण व्यवस्थित तरीके से किया जाएगा. आश्वासन मिलने के बाद किसानों ने चक्काजाम खत्म कर दिया. अस्पताल पहुंचे एसडीएम सुधीर जैन ने बताया कि "वितरण केंद्र पर दोपहर में 55 वर्षीय किरण बेहोश हो गई थी. जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. उसकी हालत स्थिर है. उसके साथ पुलिस या किसी अन्य के द्वारा मारपीट नहीं की गई है."

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