अलवर. सरिस्का में गुरुवार को एक ही दिन में दो अलग, अलग बाघिनों के पांच नए शावक कैमरा टैप में दिखाई दिए है। वहीं बुधवार को दो नए शावक नजर आए थे। सरिस्का में अब बाघों का कुनबा बढकर 40 पहुंच गया है। इनमें 11 मेल टाइगर, 14 फीमेल टाइगर तथा 15 शावक हैं। सरिस्का टाइगर रिजर्व में को यह पुनः बडी खुशखबरी मिली है।सरिस्का टाइगर रिजर्व के डीएफओ महेन्द्र शर्मा ने बताया कि बाघिन एसटी12 का एक शावक कैमरा टैप में दिखाई दिया, वहीं बाघिन एसटी 22 चार शावकों के साथ कैमरा टैप में नजर आई है। बाघिन एसटी,12 एवं बाघिन एसटी, 22 दोनों ही सरिस्का की बाघिन एसटी,10 की संतान हैं और दोनों ही बाघिनें तालवृक्ष रेंज में घूमती हैं। सरिस्का में बाघों के 40 कुनबे में ज्यादा बाघ बाघिन एसटी10 की संतान रही हैं।
7 नए शावक मिले दो दिनों में सरिस्का को
सरिस्का के इतिहास में बुधवार एवं गुरुवार के दिन महत्वपूर्ण हैं। कारण है कि संभवत पहली बार दो दिनों में सात नए शावक दिखाई दिए हैं। बुधवार को बाघिन एसटी 27 के साथ दो शावक कैमरा टैप में दिखाई दिए थे। सरिस्का में दो नए शावक मिलने की वन्यजीव प्रेमियों को हुई खुशी अभी थमी भी नहीं कि गुरुवार को बाघिन एसटी 12 का एक शावक कैमरा टैप में दिखाई दे गया। बाघिन एसटी 12 के तीन शावक गत 13 मार्च को दिखाई दिए थे, वहीं एक शावक बुधवार को कैमरा टैप में दिखाई दिया, यानी बाघिन एसटी 12 ने भी गत मार्च में चार शावकों को जन्म दिया था, वहीं बुधवार को ही बाघिन एसटी 22 के चार शावक कैमरा टैप में नजर आए।
सरिस्का में बाघों की नर्सरी बना तालवृक्ष रेंज
सरिस्का में तालवृक्ष रेंज बाघों की नर्सरी के रूप में विकसित हो रही है। तालवृक्ष रेंज में एक साथ सात नए शावक दिखने से यहां बाघों की संख्या में तेजी से वृदिध हो रही है। तालवृक्ष रेंज को पहले भी बाघों के लिए सुरक्षित माना जाता रहा है।
वन मंत्री शर्मा ने जताई खुशी
सरिस्का में एक ही दिन में पांच नए शावक दिखने पर वन मंत्री संजय शर्मा ने खुशी व्यक्त की है। मंत्री शर्मा ने दो दिनों में सात नए शावक दिखाई देने को अलवर जिले के लिए शुभ बताया है। उन्होंने कहा कि सरिस्का में बाघों की संख्या बढने से यहां पर्यटन को बढावा मिलेगा, इससे लोगों को रोजगार भी सृजित होगा।