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    EVM पर अब नहीं कोई शक, आयोग ने सबके सामने किया रिजल्ट पेश

    मुंबई: लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी से लेकर महाराष्ट्र में तमाम विपक्षी दल विधानसभा चुनावों के बाद से ईवीएम पर सवाल खड़े कर रहे हैं लेकिन ईवीएम ताजा सत्यापन परीक्षा में एकदम खरी निकली हैं। 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में हारने वाले उम्मीदवारों ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें (ईवीएम) और वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) यूनिट के बीच सत्यापन की मांग की थी। कुछ शिकायतों में मेमोरी या माइक्रो-कंट्रोलर की जांच और सत्यापन की मांग की गई थी। चुनाव आयोग के लाइव टेस्ट में ईवीएम 100 फीसदी खरी साबित हुई हैं। चुनाव आयोग ईवीएम के टेस्ट के बाद कहा है कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में छेड़छाड़ असंभव है, यह ताजा निरीक्षण ने फिर से साबित कर दिया है।

    शिकायतकर्ताओं की मौजूदगी में टेस्ट

    चुनाव आयोग के अनुसार ईवीएम की गिनती और वीवीपीएटी पर्चियों के बीच कोई अंतर नहीं पाया गया है। चुनाव आयोग ने कहा है कि महाराष्ट्र के 10 विधानसभा क्षेत्रों (एसी) में किए गए सी एंड वी अभ्यास के परिणाम एक बार फिर साबित करते हैं कि ईवीएम छेड़छाड़-रहित हैं। चुनाव आयोग के अनुसार महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को आठ आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें एसी कोपरी-पचपखड़ी, ठाणे, पैनल, अलीबाग, खडकवासला, अरनी, येवला, चांदगढ़, कोल्हापुर उत्तर और माजलगांव में ईवीएम/वीवीपीएटी की जली हुई मेमोरी या माइक्रोचिप के सत्यापन की मांग की गई थी। दो अन्य आवेदक उम्मीदवारों ने इसमें शामिल नहीं होने का फैसला किया। चुनाव आयोग ने आवेदक उम्मीदवारों के अनुरोध पर, कोपरी-पचपखड़ी, ठाणे, खडकवासला और माजलगांव विधानसभा क्षेत्रों में ईवीएम के तीन सेटों में बर्न मेमोरी की पुष्टि के लिए डायग्नोस्टिक टेस्ट किया गया। ईवीएम में मॉक पोल के बाद वोटों का मिलान वीवीपैट की पर्चियों से किया गया। इसमें सबकुछ सही निकला।
      
    कांग्रेस ने उठाए थे कई सवाल

    आयोग के 17 जून, 2025 के निर्देशों के अनुसार महाराष्ट्र के राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस चोकालिंगम ने 10 उम्मीदवारों के अनुरोध पर 10 विधानसभा क्षेत्रों में मतदाता इकाइयों (बीयू), नियंत्रण इकाइयों (सीयू) और वीवीपैट का निरीक्षण किया। पिछले साल महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में हार का स्वाद चखने के बाद कांग्रेस ने बार-बार आरोप लगाया है कि राज्य की मतदाता सूची में मनमाने ढंग से नाम जोड़ने और हटाने तथा शाम पांच बजे के बाद मतदान में हुई अप्रत्याशित वृद्धि के कारण नतीजे भाजपा के पक्ष में गए। सभी परीक्षणों में मशीनों को ठीक से काम करने का प्रमाण पत्र मिला। चुनाव आयोग ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि ईवीएम से किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। इसलिए परिणामों पर संदेह करने का कोई कारण नहीं है।

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