वायनाड को लेकर राहुल गांधी ने लोकसभा में क्या कहा, सरकार से राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग क्यूं की

नई दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने इस आपदा में केंद्र सरकार, राज्य सरकार, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, नौसेना, तटरक्षक, जिला प्रशासन, वन विभाग और दमकल विभाग की ओर से किए गए बचाव और राहत कार्यों की प्रशंसा की।
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में पिछले दिनों केरल के वायनाड में आए भूस्खलन का शून्यकाल में मुद्दा उठाया। उन्होंने केंद्र सरकार से इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने, मुआवजा राशि बढ़ाने तथा समग्र पुनर्वास पैकेज देने की मांग की। उन्होंने कहा कि वायनाड में पीड़ितों की मदद के लिए विभिन्न समुदाय के लोग आगे आए, जिसे देखकर अच्छा लगा।
वायनाड भूस्खलन को लेकर लोकसभा में राहुल गांधी ने कहा कि मैंने कुछ दिन पहले वायनाड का दौरा किया और अपनी आंखों से आपदा के बाद भयावह विनाश को देखा। करीब दो किलोमीटर तक पहाड़ ढह गया और चट्टानों का अंबार लग गया। उन्होंने कहा कि इस आपदा में 300 से अधिक लोगों की जान चली गई और बड़ी संख्या में लोग अभी लापता हैं।

पीड़ितों का मुआवजा बढ़ाया जाए

लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा कि यह बड़ी आपदा है। इसलिए केंद्र सरकार वायनाड के लिए समग्र पुनर्वास पैकेज में सहयोग करे, जिसमें आपदा से निपटने के लिए अवसंरचना निर्माण और प्रभावित समुदायों की मदद शामिल हो। केंद्र सरकार पीड़ितों का मुआवजा भी बढ़ाए। साथ ही वायनाड भूस्खलन की घटना को राष्ट्रीय आपदा घोषित करे।

प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों को दिए दो लाख

राहुल गांधी ने कहा कि मैंने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर देखा कि अनेक परिवारों में केवल एक सदस्य ही जीवित बचा है। उल्लेखनीय है कि इस आपदा से प्रभावित लोगों की केन्द्र सरकार की ओर से भी मदद की घोषणा की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों को दो लाख और घायलों को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।

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