तिजारा (अलवर)।
क्षेत्र के हमीरका गांव स्थित जैमल की ढाणी में मंगलवार दोपहर एक भीषण अग्निकांड में तीन कच्चे छप्पर सहित घरेलू सामान, नगदी व वाहन जलकर राख हो गए। आग की चपेट में आए घर तीन सगे भाइयों अरशद, रूजदार और शोराब के थे। पीड़ित परिवार ने लाखों के नुकसान का दावा किया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग दोपहर करीब 12 बजे लगी और देखते ही देखते तीनों छप्परों को अपनी चपेट में ले लिया। सूचना मिलने पर तिजारा फायर स्टेशन से दमकल मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक सब कुछ जल चुका था।
हल्का पटवारी अर्जुन सिंह ने बताया कि आग से तीनों रिहायशी कच्चे मकान पूरी तरह जलकर नष्ट हो गए। घरों में रखा सभी घरेलू सामान, रजाई-बिस्तर, बेड, बर्तन, गैस चूल्हा, अनाज, पशुओं का तूड़ा और फर्नीचर जलकर राख हो गया। अरशद के घर में रखे ₹45,000 नगद भी आग की भेंट चढ़ गए, जो उन्होंने मकान की किस्त भरने के लिए रखे थे। वहीं रजदार की एक पुरानी बाइक भी पूरी तरह जल गई।
ग्रामीणों ने आग बुझाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन आग की तीव्रता के आगे कोई प्रयास कारगर नहीं रहा। अग्निशमन वाहन के पहुंचने तक तीनों छप्पर पूरी तरह खाक हो चुके थे।
घटना के समय घरों में बच्चे अकेले थे। अरशद की पत्नी गांव के अस्पताल में थीं, शोराब मजदूरी पर बाहर गए हुए थे और रजदार तिजारा मार्केट में थे। इस बीच, रजदार के भतीजे इन्नश ने बताया कि उनके भाई शौकीन की एक साल की बेटी अनुष्का घर के अंदर सो रही थी, जिसे ग्रामीणों ने साहस दिखाते हुए कपड़े में लपेटकर आग के बीच से सुरक्षित बाहर निकाला।
मौके पर शेखपुरा थाना से हेड कांस्टेबल रमजान खान पहुंचे, हालांकि समाचार लिखे जाने तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई थी। ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल आर्थिक सहायता और पुनर्वास की मांग की है। आग लगने के कारणों की जांच जारी है।