शांतिकुंज हरिद्वार गायत्री परिवार की राष्ट्रीय जन जागरण यात्रा हरसोली पहुँची। ग्रामीणों ने यात्रा का स्वागत किया। प्रवचनों में नशामुक्ति, संस्कार और गायत्री साधना को जीवन का अनिवार्य अंग बताया गया।
हरसोली में पहुँची राष्ट्रीय जन जागरण यात्रा, गायत्री परिवार ने दिया संस्कार और साधना का संदेश

मिशन सच न्यूज, अलवर। शांतिकुंज हरिद्वार के गायत्री परिवार द्वारा चलाई जा रही राष्ट्रीय जन जागरण यात्रा रविवार को हरसोली पहुँची। इस दौरान गाँव के संत दास मंदिर परिसर में ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक यात्रा का स्वागत किया। यात्रा का उद्देश्य समाज में नशामुक्ति, संस्कार सुधार और गायत्री साधना के माध्यम से जीवन को सकारात्मक दिशा देना है।
यात्रा के हरसोली पहुँचने पर सभी वर्गों के लोग बड़ी संख्या में एकत्रित हुए और यात्रा को जानने एवं जुड़ने के लिए गहरी रुचि दिखाई। महंत गरीबदास ने गाँववासियों की ओर से यात्रा का आभार व्यक्त किया और इसे समाज के लिए प्रेरणादायी बताया।
संस्कारों के प्रति उत्सुकता
यात्रा प्रवक्ता एवं सरपंच प्रकाश सांवरिया ने बताया कि हरसोली क्षेत्र में संस्कारों को लेकर विशेष उत्सुकता देखी गई। उन्होंने कहा कि यात्रा का मुख्य उद्देश्य नशामुक्ति और विकृत संस्कारों को दूर करना है। गाँव-गाँव में यह अभियान इसलिए चलाया जा रहा है ताकि युवा वर्ग और आने वाली पीढ़ी सशक्त और संस्कारित बने।
आध्यात्मिक संदेश और प्रेरणा
इस अवसर पर शांतिकुंज प्रवाचक जितेंद्र सिंह जादौन ने प्रवचन देते हुए कहा कि श्राद्ध पक्ष का महत्व केवल धार्मिक अनुष्ठान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमें यह सिखाता है कि हमारे पितरों की आत्माएँ हमें सदैव संरक्षण देती हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि 1961 की लड़ाई में एक शहीद लेफ्टिनेंट की आत्मा ने मार्गदर्शन कर सैनिकों को सही दिशा दिखाई। इसी प्रकार तुलसीदास जी को भी एक पितृ आत्मा ने ही सही राह दिखाई थी।
उन्होंने कहा कि साधना, उपासना और आराधना जीवन का अनिवार्य अंग होना चाहिए। गायत्री साधना को नियमित करने से जीवन में शांति, सामर्थ्य और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
यात्रा में शामिल प्रमुख लोग
इस अवसर पर ज्ञानचंद मोदी, महावीर चौधरी, पूरन सिंह, नरेश सिंह, विकास यादव, प्रकाश जांगिड़, दिनेश सिंह जादौन, जिला संयोजक रामकिशन मीणा, मोतीलाल गुप्ता, विजय गिरी, प्रेम सांवरिया सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे। सभी ने मिलकर यह संकल्प लिया कि हरसोली और आसपास के क्षेत्र में इस यात्रा से मिली प्रेरणा को आगे बढ़ाया जाएगा।
समाज में एकता और जागरूकता का संदेश
कार्यक्रम के अंत में महंत गरीबदास और सरपंच प्रकाश सांवरिया ने उपस्थित ग्रामीणों को यह संदेश दिया कि यदि समाज को सही दिशा में ले जाना है तो संस्कार, नशामुक्ति और आध्यात्मिक साधना को जीवन का आधार बनाना होगा। राष्ट्रीय जन जागरण यात्रा का यही उद्देश्य है कि हर व्यक्ति अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाए और समाज को मजबूत बनाए।
हरसोली में हुए इस आयोजन ने न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व को उजागर किया बल्कि सामाजिक सुधार और जागरूकता का भी सशक्त संदेश दिया।


