मोहन भागवत बोले- यूपी के हर एक गांव में पहुंचेगा आरएसएस, समाज में बेहतर छवि बनाने की जरूरत

नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव में BJP से नाराजगी के बीच राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत पहली बार 5 दिन के लिए गोरखपुर में हैं। प्रवास के तीसरे दिन शुक्रवार को भागवत ने कहा- शताब्दी वर्ष में हमें कुछ बड़ा करना है। हर गांव में शाखा लगानी है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ  के सर संघचालक मोहन भागवत ने कहा कि आरएसएस की समाजसेवा को लेकर समाज में जो बेहतर छवि बनी है, उसमें निरंतरता बनाए रखने की जरूरत है। संघ का विस्तार करने के लिए स्वयंसेवक अपनी भूमिका का विस्तार करें। संघ की समाज में सकारात्मक छवि बने इसकी जिम्मेदारी सभी स्वयंसेवकों की है। सर संघचालक मानीराम, चिऊटहां स्थित एसवीएम पब्लिक स्कूल में चल रहे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता विकास वर्ग के बौद्धिक सत्र को संबोधित कर रहे थे।

हर धर्म के लोग शाखा से जोड़े जाएं

उन्होंने कहा कि शताब्दी वर्ष में हमें कुछ बड़ा करना है। हर गांव में शाखा लगानी है। हर वर्ग, हर समाज और हर धर्म के लोग शाखा से जोड़े जाएं। उन्होंने स्वयंसेवकों से कहा कि 2025 तक ऐसा कोई गांव न बचे, जहां आरएसएस न हो। यानी 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भागवत संघ को और मजबूत करने का रास्ता दिखा रहे हैं।

भेदभाव दूर करना होगा

मोहन भागवत ने शताब्दी वर्ष में संघ को गांवों तक पहुंचाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि 2025 में संघ अपने शताब्दी वर्ष में प्रवेश करेगा। ऐसे में भारतीय संस्कृति और उसके सभ्यता-गत मूल्यों को बनाए रखने के लिए हर गांव तक संघ को पहुंचाना होगा। हमें भेदभाव दूर करना होगा, अगले साल तक ऐसा कोई गांव नहीं बचना चाहिए जहां संघ न हो। हमें अपनी भाषा और व्यवहार में संयम रखते हुए सभी तक पहुंचना है। आरएसएस चीफ ने कहा कि 1925 में विजया-दशमी के दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना हुई थी। स्थापना से लेकर आज तक संघ ने तमाम उतार-चढ़ाव का अनुभव किया। संघ ने समाज और राष्ट्र की मजबूती को लेकर अनवरत कार्य किया। अगले साल संघ की स्थापना के 100 साल पूरे होंगे। शताब्दी वर्ष संघ के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण वर्ष है। शताब्दी वर्ष में हम सभी स्वयंसेवकों का दायित्व संघ के व्यापक विकास का होना चाहिए।

संघ की नकारात्मक छवि बनाने वालों से रहें सावधान 

मोहन भागवत ने संघ के सामाजिक सरोकारों पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि कोरोना काल में संघ के स्वयंसेवकों ने अपनी जान की परवाह किए बिना पीड़ितों और उनके परिजनों की मदद की। राष्ट्र के समक्ष जब कोई संकट आया, उसका स्वयंसेवकों ने डटकर मुकाबला किया। लेकिन, कुछ लोग समाज में संघ की नकरात्मक छवि बनाने का प्रयास भी करते हैं। ऐसे लोगों से बचिए जो आपकी सेवा की भावना को खराब करते हैं, उनसे दूरी बनाकर रखनी चाहिए।

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