शराब ठेकेदारों की हत्या और धमकियों के बीच गृह सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने प्रशासनिक अफसरों को बुलाकर सख्त निर्देश दिए।
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चंडीगढ़। शराब ठेकों की नीलामी में गैंगस्टरों के बढ़ते हस्तक्षेप को लेकर प्रदेश सरकार गंभीर हो गई है। कुरुक्षेत्र और जींद में शराब कारोबारियों की हत्या और विभिन्न स्थानों पर शराब ठेकेदारों को गैंगस्टरों द्वारा धमकियां मिलने की शिकायतों को लेकर मंगलवार को गृह सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने सात जिलों के उपायुक्तों (डीसी), पुलिस अधीक्षकों (एसपी) व जिला आबकारी एवं कराधान आयुक्तों (डीईटीसी) को तलब कर लिया।
यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, जींद, हिसार, रोहतक, करनाल और अंबाला के डीसी-एसपी और डीईटीसी के साथ बैठक में गृह सचिव ने सभी ठेकेदारों से शराब की दुकानों की नीलामी में बिना किसी डर के भाग लेने का आह्वान करते हुए पूर्ण प्रशासनिक सहायता और सुरक्षा का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि सरकार बोलीदाताओं के पीछे मजबूती से खड़ी है। किसी भी व्यक्ति को वैध सरकारी प्रक्रिया में भाग लेने से डरना या हतोत्साहित नहीं होना चाहिए। हम प्रत्येक प्रतिभागी को पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। नीलामी में किसी भी प्रकार की धमकी या हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं होगा।
डॉ. सुमिता मिश्रा ने शराब ठेकेदारों को डराने के लिए स्थानीय बदमाशों और असामाजिक तत्वों के बीच संभावित मिलीभगत की रिपोर्टों को गंभीरता से लेते हुए पुलिस और खुफिया एजेंसियों को ऐसे व्यक्तियों की तुरंत पहचान करने का निर्देश दिया। सुरक्षा बढ़ाने के लिए जिला खुफिया इकाइयों को ‘आदतन-उपद्रवियों’ की विस्तृत प्रोफाइल तैयार करने और उनकी गतिविधियों पर निरंतर निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है।
पुलिस संदिग्ध लोगों या वाहनों के इधर-उधर घूमने या इकट्ठा होने पर नजर रखेगी। गृह सचिव ने कहा कि बोलीदाताओं के बीच विश्वास पैदा करने के लिए संबंधित जिलों के डीसी और एसपी उनसे सीधा संवाद करें। किसी को भी शराब ठेकों की नीलामी प्रक्रिया को पटरी से उतारने की अनुमति नहीं दी जाएगी। स्थानीय प्रशासन या पुलिस की ओर से किसी भी तरह की ढिलाई को गंभीरता से लिया जाएगा। यदि कोई अधिकारी लापरवाही या मिलीभगत करता पाया गया तो उसके विरुद्ध सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
गैंगस्टरों के दबाव में 238 शराब ठेकों की नहीं हो पा रही नीलामी
गैंगस्टरों के दबाव में प्रदेश में शराब के 238 ठेकों की नीलामी नहीं हो पा रही है। शराब ठेकों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने का दबाव बना रहे गैंगस्टरों के डर से बोलीदाता पीछे हट रहे हैं। प्रदेश में शराब ठेकों के लिए 1197 जोन हैं, जिनमें से 956 जोन की नीलामी हो पाई है। यमुनानगर, पंचकूला, रोहतक, जींद, हिसार और सोनीपत जोन ऐसे हैं, जहां शराब ठेकेदार गैंगस्टरों के सबसे अधिक दबाव में हैं।
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