सांचौर को जिला बनाने की मुहिम तेज: CM भजनलाल से नहीं मिलने दिया तो 3 बुजुर्गों ने नहर में लगाई छलांग

राजस्थान के जालोर जिले के सांचौर क्षेत्र से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां के लोग सांचौर को जिला बनाने की मांग कर रहे हैं. लोगों ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने सांचौर को जिला घोषित किया था लेकिन बीजेपी की सरकार ने कांग्रेस सरकार के फैसले को रद्द कर दिया. पूर्वी मंत्री के साथ विरोध प्रदर्शन करने रहे तीन बुजुर्गों ने सुसाइड करने की कोशिश की. तीनों बुजुर्ग अपनी मांग को लेकर सीएम से मुलाकात करना चाहते थे, लेकिन उन्हें मिलने से रोक दिया गया, जिससे वो नाराज थे और नर्मदा नहर में कूद गए.

सांचौर को फिर से जिला बनाने की मांग को लेकर तीन बुजुर्ग नर्मदा नहर में कूद गए. मौके पर तैनात एसडीआरएफ की टीम जब बुजुर्गों को बचाने कूदी तो उन्होंने बाहर आने से इनकार कर दिया. यहां तक कि उन्होंने SDRF के जवानों को धक्का भी दिया. हालांकि समझाकर करीब 10 मिनट बाद उन्हें बाहर निकाल लिया गया.

सीएम से मिलना चाहते थे बुजुर्ग

सांचौर जिला रद्द होने के बाद से ही पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई के नेतृत्व में जिला बचाओ संघर्ष समिति का धरना चल रहा है. बुधवार को संघर्ष समिति के पदाधिकारी सांचौर के सीलू गांव में सीएम के कार्यक्रम में उन्हें ज्ञापन देने जा रहे थे. मुख्य कैनाल पर तैनात स्पेशल टास्क फोर्स (STF) के जवानों ने उन्हें रोक दिया. इससे गुस्साए 3 बुजुर्ग नर्मदा नहर की मुख्य कैनाल में कूद गए. उसके बाद एसडीआरएफ के जवानों ने बड़ी मुश्किल से विरोध प्रदर्शन कर रहे बुजुर्गों को नहर से बाहर निकाला.

सांचौर को जिला घोषित करने की मांग पर अड़े थे बुजुर्ग

जानकारी के मुताबिक, पिछले कांग्रेस शासन के दौरान सांचौर को जिला बनाया गया था. इस बार भाजपा की सरकार बनने के बाद सांचौर जिले को निरस्त कर दिया गया था. इसी बाद से नाराज लोग एक फिर से सांचौर को जिला बनाने की मांग कर रहे थे. अपनी शिकायत को लेकर लोग सीएम से मुलाकात करने पहुंचे थे.

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