अडानी का AGM से संदेश: “मिडिल ईस्ट का युद्ध ऊर्जा-लॉजिस्टिक्स पर डाल रहा साया”, US आरोपों को किया खारिज

अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने मंगलवार को अडानी एंटरप्राइजेज की सालाना आम बैठक (AGM) में दुनिया के हालात और ग्रुप की तरक्की पर खुलकर बात की. उन्होंने मिडिल ईस्ट में चल रही जंग को ऊर्जा और लॉजिस्टिक्स के लिए बड़ा खतरा बताया. साथ ही, अमेरिकी विदेश मंत्रालय और FCC से जुड़े आरोपों का भी जवाब दिया. अडानी ने कहा कि इन सबके बीच भारत दुनिया की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं से कहीं आगे निकल गया है.

उन्होंने पिछले साल की AGM की बातें भी याद कीं, खासकर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से हुए नुकसान और उससे उबरने की कहानी. अडानी ने मुंबई के धारावी रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट जैसे बड़े सपनों का जिक्र किया और बताया कि ग्रुप ने रिकॉर्ड मुनाफा कमाया.

मिडिल ईस्ट की जंग का असर

गौतम अडानी ने AGM में कहा, “मिडिल ईस्ट में जंग छाई हुई है, जिसका असर ऊर्जा और लॉजिस्टिक्स पर पड़ रहा है.” उन्होंने बताया कि इस जंग की वजह से तेल-गैस की सप्लाई और कीमतों में दिक्कतें आ रही हैं. यूरोप में आर्थिक भरोसा कमजोर हो रहा है और अमेरिका भी अपनी मुश्किलों से जूझ रहा है. लेकिन इन सबके बीच भारत ने कमाल कर दिखाया. अडानी ने कहा, “भारत दुनिया की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं से तेजी से आगे बढ़ रहा है.”

उन्होंने भारत की इस ताकत को अडानी ग्रुप की रणनीति से जोड़ा. भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था ने ग्रुप को वैश्विक संकटों से निपटने का हौसला दिया. अडानी ने कहा कि भारत की तरक्की ने हमें सिखाया कि मुश्किलों में भी बड़े सपने देखे जा सकते हैं.

अमेरिकी आरोपों पर खुलकर बोले अडानी

अमेरिकी विदेश मंत्रालय और FCC से जुड़े आरोपों पर गौतम अडानी ने साफ-साफ जवाब दिया. उन्होंने कहा, “जब अडानी ग्रीन एनर्जी पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय और FCC से जुड़े आरोप लगे, तो खूब हंगामा हुआ. लेकिन सच ये है कि अडानी ग्रुप का कोई भी शख्स FCPA (Foreign Corrupt Practices Act) तोड़ने या न्याय में बाधा डालने का दोषी नहीं ठहराया गया.”

अडानी ने जोर देकर कहा कि ये आरोप बेबुनियाद हैं. उन्होंने बताया कि ग्रुप हमेशा नियमों का पालन करता है और पारदर्शिता के साथ काम करता है. ये बयान दिखाता है कि अडानी हर विवाद का जवाब तथ्यों के साथ देते हैं.

हिंडनबर्ग की साजिश पर भी अडानी ने की बात

पिछले साल की AGM की बात करते हुए अडानी ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का जिक्र किया. उन्होंने कहा, “हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को कुछ खास मीडिया ने खूब उछाला. इसका मकसद हमें बदनाम करना और हमारी मेहनत से कमाई मार्केट वैल्यू को चोट पहुंचाना था.” लेकिन अडानी ने बताया कि ग्रुप ने इस मुश्किल वक्त में भी हिम्मत नहीं हारी.

उन्होंने कहा, “ऐसी हालत में ज्यादातर कंपनियां डूब जातीं, लेकिन हमारी मजबूत नकदी स्थिति हमारी ताकत बनी. हमने 40,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त पूंजी जुटाई, जिससे अगले दो साल के कर्ज को आसानी से चुकाने का इंतजाम हो गया.” ये दिखाता है कि अडानी ग्रुप ने न सिर्फ संकट से उबरने की रणनीति बनाई, बल्कि उसे कामयाबी से लागू भी किया.

धारावी को बदलने का सपना

गौतम अडानी ने मुंबई के धारावी स्लम रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट को दुनिया का सबसे बड़ा रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट बताया. उन्होंने कहा, “हम अगले दस साल में धारावी को पूरी तरह बदल देंगे. ये प्रोजेक्ट 10 लाख से ज्यादा लोगों को सम्मान की जिंदगी देगा.”

ये प्रोजेक्ट अडानी ग्रुप की बड़ी सोच को दिखाता है. धारावी जैसे विशाल स्लम को ट्रांसफॉर्म करना आसान नहीं, लेकिन अडानी ने इसे अपनी जिम्मेदारी बताया. ये न सिर्फ बिजनेस का काम है, बल्कि सामाजिक बदलाव का भी मिशन है.

तीन कंपनियों को मिला है AAA रेटिंग

अडानी ने ग्रुप की वित्तीय कामयाबी पर भी बात की. उन्होंने बताया कि पिछले साल ग्रुप ने 82,917 करोड़ रुपये का सबसे बड़ा EBITDA हासिल किया, जो 45% की जबरदस्त बढ़ोतरी थी. साथ ही, PAT (प्रॉफिट आफ्टर टैक्स) 40,129 करोड़ रुपये रहा, जिसमें 71% की शानदार उछाल देखने को मिली.

उन्होंने गर्व से कहा कि ग्रुप की तीन कंपनियां – अंबुजा, ACC और APSEZ – अब AAA रेटिंग वाली बन चुकी हैं. ये रेटिंग ग्रुप की वित्तीय मजबूती और भरोसे की मिसाल है. अडानी ने कहा, “ये नतीजे बताते हैं कि हम मुश्किलों के बावजूद बड़े सपने देखते हैं और उन्हें हकीकत में बदलते हैं.”

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