नई दिल्ली. पापुआ न्यू गिनी के उत्तर में तीन दूरदराज के गांवों पर हिंसक हमला हुआ है। हमले में 16 बच्चों ,समेत 26 लोगों की मौत हो गई। इसकी जानकारी संयुक्त राष्ट्र ने दी है। हमलावरों ने पापुआ न्यू गिनी के उत्तर में दूरदराज के गांवों को निशाना बनाया और आग के हवाले कर दिया। जिसमें लोगों की आग के चपेट में आने से मौत हो गई। हमला के बाद वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया। लोगों में भगदड़ मच गई।
हमलावरों ने वहां के निवासियों को निकालने के लिए वारदात को अंजाम दिया, ताकि वहां पर कब्जा किया जा सके। गांव में आग लगने के बाद निवासियों ने प्रशासन को शिकायत दी। पापुआ न्यू गिनी पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है, घटना की जांच में जुट गई है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर तुर्क ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा, ‘मैं पापुआ न्यू गिनी में घातक हिंसा के चौंकाने वाले विस्फोट से भयभीत हूं, ये जमीन और झील के स्वामित्व और उपयोगकर्ता अधिकारों पर विवाद का परिणाम प्रतीत होता है। तुर्क ने कहा कि मरने वालों की संख्या 50 से अधिक हो सकती है क्योंकि पीएनजी अधिकारी लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं। 16 और 18 जुलाई को पूर्वी सेपिक प्रांत में हुए हमलों में आग लगने के बाद 200 से अधिक लोगों को अपने घर छोड़कर भागना पड़ा। इसी साजिश के तहत हमलावरों ने गांव को निशाना बनाया था। अभी हमले में हुई मौतों की पुष्टि नहीं हुई है, मौतों का आंकड़ा बढ़ सकता है। फिलहाल खोज जारी है।ऑस्ट्रेलिया के उत्तर में प्रशांत राष्ट्र में जनजातीय युद्ध का एक लंबा इतिहास है । हालांकि, पिछले एक दशक में ये हिंसा ज्यादा बढ़ गई है क्योंकि ग्रामीणों ने सैन्य राइफलों के लिए धनुष और तीर की अदला-बदली कर ली है और चुनावों ने मौजूदा आदिवासी विभाजन को और गहरा कर दिया है।