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    ‘बहनों का सम्मान-शक्ति का सम्मान’ कार्यक्रम में 1500 बहनों ने वन राज्यमंत्री संजय शर्मा को बांधा रक्षा सूत्र

    अलवर में आयोजित ‘बहनों का सम्मान-शक्ति का सम्मान’ रक्षा सूत्र कार्यक्रम में 1500 से अधिक बहनों ने वन राज्यमंत्री श्री संजय शर्मा को रक्षा सूत्र बाँधा। कार्यक्रम में महिला सशक्तिकरण, मातृ वन योजना और पेयजल समस्या पर भी चर्चा हुई।

    ‘बहनों का सम्मान-शक्ति का सम्मान’ रक्षा सूत्र कार्यक्रम में 1500 से अधिक बहनों ने वन राज्यमंत्री श्री संजय शर्मा को बांधे रक्षा सूत्र

    मिशनसच न्यूज, अलवर।
    अलवर में आयोजित विशेष कार्यक्रम ‘बहनों का सम्मान-शक्ति का सम्मान’ रक्षा सूत्र में महिलाओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। इस अवसर पर वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संजय शर्मा ने शिरकत की, जहाँ 1500 से अधिक बहनों ने उन्हें रक्षा सूत्र बाँधा।

    मंत्री श्री शर्मा ने बहनों के स्नेह और आशीर्वाद को स्वीकार करते हुए उन्हें शगुन स्वरूप उपहार भेंट किए। उन्होंने कहा कि – “आप बहनों पर आने वाले किसी भी संकट में मैं ढाल बनकर खड़ा रहूँगा। मातृशक्ति का सम्मान ही असली शक्ति का सम्मान है।”

    महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार की योजनाएँ

    अपने संबोधन में वन राज्यमंत्री श्री शर्मा ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकारें महिला सशक्तिकरण के लिए निरंतर काम कर रही हैं।

    • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संसद और विधानसभा में 33% आरक्षण का प्रावधान,

    • राजस्थान में पंचायती राज और नगर निकाय चुनावों में 50% आरक्षण,

    • लखपति दीदी योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना, लाडो प्रोत्साहन योजना,

    • सुकन्या समृद्धि योजना, रसोई सब्सिडी योजना (₹450 में गैस सिलेंडर),

    • प्रधानमंत्री आवास योजना, पीएम मुद्रा योजना, राजीविका, घर-घर शौचालय अभियान

    इन सभी योजनाओं का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है।

    मातृशक्ति और पर्यावरण संरक्षण – “एक पेड़ माँ के नाम”

    राज्यमंत्री श्री शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान शुरू किया है। इससे प्रेरित होकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हरियालो राजस्थान अभियान को आगे बढ़ाया।

    • पिछले वर्ष राजस्थान में 7 करोड़ 35 लाख पौधे लगाए गए।

    • इस वर्ष अब तक 11 करोड़ पौधे लगाने का ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित हो चुका है।

    उन्होंने कहा कि जिस प्रकार माँ अपने बच्चों का पालन करती है, उसी प्रकार हमें पौधों का संरक्षण कर पर्यावरण की रक्षा करनी चाहिए। इसी भाव से राज्य सरकार ने हर जिले में मातृ वन योजना शुरू की है।

    अलवर की पेयजल समस्या का समाधान

    अलवर की सबसे बड़ी चुनौती – पेयजल संकट – पर भी श्री शर्मा ने विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि:

    • विधायक निधि की पूरी राशि शहर की पेयजल समस्या के लिए दी गई है।

    • अतिरिक्त नलकूप और बजट राज्य सरकार से लाकर समाधान की दिशा में काम किया जा रहा है।

    • सिलीसेढ़ से शहर के लिए पानी लाने की योजना प्रगतिरत है।

    • नटनी का बारा से जयसमंद तक पक्की नहर बनाई जाएगी।

    • भाखेड़ा बांध और तीन अन्य बांध बन रहे हैं, जिससे जलस्तर में वृद्धि होगी।

    • वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी शहर में तैयार किए जा रहे हैं।

    • राज्य सरकार की प्राथमिकता ERCP योजना है, जिससे स्थाई समाधान मिलेगा।

    कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग रहे मौजूद

    रक्षा सूत्र कार्यक्रम का संचालन पं. जलेसिंह ने किया।
    इस अवसर पर जिला अध्यक्ष अशोक गुप्ता, घनश्याम गुर्जर, महेश निहालवानी, जितेन्द्र राठौर, सतीश यादव, जीतू सैनी, धीरज जैन, राजेन्द्र कसाना, संजय जसाईवाल, अरुण जैन, जगदीश अटल, दुल्ली चन्द, रजनीश जैमन, प्रकाश अडीचवाल, उज्जवल अग्रवाल, सागर यादव, बबीता शर्मा, दिनेश गुप्ता, सुरेश मेहता, शशि तिवाड़ी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति और आमजन उपस्थित रहे।

    ‘बहनों का सम्मान-शक्ति का सम्मान’ रक्षा सूत्र कार्यक्रम ने यह साबित किया कि समाज में मातृशक्ति की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। वन राज्यमंत्री श्री संजय शर्मा ने जहाँ बहनों को सुरक्षा का भरोसा दिया, वहीं महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण के लिए सरकार की योजनाओं को भी जन-जन तक पहुँचाने का आह्वान किया।

    अलवर की पेयजल समस्या के समाधान पर उनका रोडमैप आने वाले समय में शहरवासियों के लिए बड़ी राहत लेकर आ सकता है।

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