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    रामगढ़ को मिली कृषि महाविद्यालय के नवीन भवन की सौगात, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने किया लोकार्पण

    रामगढ़ के नौगांवा में 15 करोड़ की लागत से बने कृषि महाविद्यालय भवन का केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने लोकार्पण किया। पौधारोपण कर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश।

    मिशनसच न्यूज, रामगढ़।
    रामगढ़ को रविवार को एक बड़ी सौगात मिली। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने नौगांवा स्थित कृषि महाविद्यालय के नवीन प्रशासनिक और अकादमिक भवन का लोकार्पण किया। लगभग 15 करोड़ रुपए की लागत से तैयार यह भवन क्षेत्र के किसानों और विद्यार्थियों के लिए नए अवसर खोलेगा। कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने परिसर में पौधारोपण भी किया और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।

    लोकार्पण समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए भूपेंद्र यादव ने कहा कि मूल्य आधारित और गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए कृषि महाविद्यालयों में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, लैब, डिजिटल क्लासरूम और बेहतर फैकल्टी उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि अलवर संसदीय क्षेत्र के किशनगढ़ बास और नौगांवा के कृषि महाविद्यालय निकट भविष्य में अनुसंधान और अकादमिक क्षेत्र में किसानों के लिए मील का पत्थर साबित होंगे।

    उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में कृषि क्षेत्र कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। लागत और उत्पादन मूल्य के बीच संतुलन, बदलते वैश्विक परिदृश्य में प्रतिस्पर्धात्मकता और किसानों की आमदनी बढ़ाना सबसे अहम विषय हैं। इसी संदर्भ में उन्होंने हाल ही में मनाए गए कृषि वैज्ञानिक एम.एस. स्वामीनाथन की जन्मशताब्दी का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके योगदान ने भारत को खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाया।

    किसानों के लिए सरकार की प्रतिबद्धता

    केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को आत्मनिर्भर भारत की रीढ़ बताया है। स्वतंत्रता दिवस पर पीएम ने दोहराया कि अंग्रेज़ों के शासन में किसानों का सबसे ज्यादा शोषण हुआ, लेकिन आजादी के बाद कृषि वैज्ञानिकों, विश्वविद्यालयों और किसानों के परिश्रम से देश खाद्यान्न में आत्मनिर्भर बना है।

    उन्होंने बताया कि सरकार का लक्ष्य दूध, दाल और जूट के उत्पादन में भारत को विश्व में नंबर एक बनाना है। चावल, गेहूं, कपास, फलों और सब्जियों में भी भारत को आगे ले जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही किसानों की सुरक्षा और सिंचाई सुविधाओं के लिए बड़े कदम उठाए गए हैं।

    भूपेंद्र यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री की नीति रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के आधार पर देश की कृषि को नई दिशा मिल रही है। उन्होंने कहा कि भारत का कृषि निर्यात चार लाख करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है और संतुलित कृषि विकास के लिए 100 पिछड़े जिलों में “कृषि धन-धान्य योजना” शुरू की गई है।

    डेयरी और वेटरनरी कॉलेज का ऐलान

    भूपेंद्र यादव ने अलवर डेयरी के विकास को लेकर भी बड़ी घोषणा की। उन्होंने बताया कि लगभग 300 करोड़ रुपए की लागत से डेयरी में 5 लाख लीटर प्रतिदिन क्षमता बढ़ाने के लिए नया संयंत्र लगाया जाएगा। साथ ही पशु नस्ल सुधार और वेटरनरी कॉलेज की स्थापना पर भी काम किया जाएगा।

    उन्होंने प्रस्ताव रखा कि अलवर संसदीय क्षेत्र में हर साल कृषि मेला आयोजित किया जाए, जिसमें कृषि, डेयरी और पशुपालन क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को आमंत्रित किया जाए।

    शोध और तकनीकी नवाचार

    इस अवसर पर श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर के कुलगुरु प्रो. बलराज सिंह ने कृषि की उन्नति और शोध आधारित तकनीकों की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि नई तकनीकें किसानों की उत्पादकता बढ़ाने और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का समाधान करने में सहायक होंगी।

    कार्यक्रम में शामिल लोग

    इस लोकार्पण समारोह में जिला प्रमुख श्री बलबीर छिल्लर, रामगढ़ विधायक श्री सुखवंत सिंह, विश्वविद्यालय कुलगुरु प्रो. बलराज सिंह, जिलाध्यक्ष अशोक गुप्ता, कृषि महाविद्यालय नौगांवा की डीन श्रीमती सुमन खंडेलवाल, कृषि महाविद्यालय किशनगढ़ बास के डीन श्री महावीर यादव, पूर्व विधायक बनवारी लाल सिंघल, प्रधान दौलतराम एवं श्रीमती बीरमति, इफको से श्री सुधीर मान सहित अनेक जनप्रतिनिधि, शिक्षाविद, विद्यार्थी और आमजन बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

    निष्कर्ष:
    रामगढ़ को मिला यह कृषि महाविद्यालय का नवीन भवन न सिर्फ विद्यार्थियों के लिए बेहतर शिक्षा का माध्यम बनेगा, बल्कि किसानों के लिए अनुसंधान और प्रौद्योगिकी का केंद्र भी साबित होगा। इससे क्षेत्र की कृषि और डेयरी विकास को नई गति मिलेगी।

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