रोजगार मेला भी बताया युवाओं के लिए कांग्रेस की प्रतिबद्धता का प्रतीक
जयपुर।

राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को उनके जन्मदिन के अवसर पर दिल्ली स्थित अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी कार्यालय में लड्डू खिलाकर शुभकामनाएं दीं। जूली ने बताया कि उन्होंने राहुल गांधी से आग्रह किया कि वे उनका लाया हुआ लड्डू खाकर मुंह मीठा करें, जिसे राहुल गांधी ने सहर्ष स्वीकार किया। इस आत्मीय पल को लेकर जूली ने कहा कि “जो सम्मान राहुल जी ने मुझे दिया, उससे मैं अभिभूत हूं।”
टीकाराम जूली ने कहा कि राहुल गांधी न केवल कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता हैं, बल्कि वे देश के करोड़ों युवाओं के दिल की धड़कन हैं। उन्होंने कहा कि “जब देश में संविधान को कमजोर किया जा रहा है, संवैधानिक संस्थाएं सत्ता के दबाव में काम कर रही हैं, और लोकतंत्र की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो रहे हैं, तब राहुल गांधी देश को मोहब्बत, अमन और शांति का पैगाम देकर संघर्ष की राह पर चल रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि देश के गरीब, पिछड़े, दलित, वंचित, मजदूर और किसान आज राहुल गांधी की ओर उम्मीद भरी निगाहों से देख रहे हैं। “आज देश को निडर, निर्भीक, ऊर्जावान, संवेदनशील और राष्ट्रभक्त नेतृत्व की ज़रूरत है, जो देश को विकास और प्रगति की दिशा में ले जा सके,” जूली ने कहा।
तालकटोरा स्टेडियम में रोजगार मेला: युवाओं की जरूरत को दी आवाज़
टीकाराम जूली ने राहुल गांधी के जन्मदिन पर दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में युवक कांग्रेस द्वारा आयोजित रोजगार मेले में भी भाग लिया। उन्होंने बताया कि इस मेले में देशभर से आए हज़ारों युवाओं ने शिरकत की और यह संदेश दिया कि “युवाओं को अब जुमलों की नहीं, रोजगार की ज़रूरत है।”
उन्होंने केंद्र और भाजपा शासित राज्य सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा कि वे युवाओं को रोजगार देने में पूरी तरह विफल रही हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “पकौड़े तलने” वाले बयान को युवाओं का अपमान करार देते हुए कहा कि अब जुमलों का तिलिस्म टूट चुका है और जनता असल मुद्दों पर जवाब चाहती है।
जूली ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सोच हमेशा युवाओं के हित में रही है और युवक कांग्रेस तथा एनएसयूआई उन्हीं मूल्यों पर कार्य कर रहे हैं। यह रोजगार मेला युवाओं के आत्मविश्वास को बढ़ाने और उनके सपनों को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।