भिवाड़ी (खैरथल) में मंत्री संजय शर्मा ने अधिकारियों की बैठक ली। कहा कि वन क्षेत्र में किसी भी प्रकार का अतिक्रमण या अवैध खनन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कचरा निस्तारण, प्रदूषण नियंत्रण और बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन पर जोर।
मिशनसच न्यूज, भिवाड़ी (खैरथल)। राज्य के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री संजय शर्मा ने मंगलवार को भिवाड़ी के रीको गेस्ट हाउस में खैरथल-तिजारा जिले के अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान मंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वन क्षेत्र में किसी भी प्रकार का अतिक्रमण या अवैध खनन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके लिए पुलिस, खनन और राजस्व विभाग के साथ मिलकर एक संयुक्त टीम गठित करने और कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
हरियालो राजस्थान मिशन पर संतोष
मंत्री शर्मा ने बैठक में जिले में चल रहे हरियालो राजस्थान मिशन की समीक्षा की और अब तक की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि लगाए गए पौधों की नियमित देखभाल, सिंचाई और सुरक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। विभाग द्वारा किए जा रहे त्रिस्तरीय मूल्यांकन कार्य का भी जिक्र किया गया, जिसके तहत एजेंसियां औचक निरीक्षण कर पौधारोपण की स्थिति की रिपोर्ट प्रस्तुत करती हैं।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन पौधों की मृत्यु हो गई है, उनकी जगह तुरंत नए पौधे लगाए जाएं और डाटा पोर्टल पर नियमित अपडेट किया जाए। मंत्री ने बताया कि जिले में शिक्षा विभाग द्वारा सर्वाधिक पौधारोपण किया गया है, इसलिए जिला शिक्षा अधिकारी को इन पौधों की विशेष देखभाल के लिए अलग कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
बजट घोषणाओं व योजनाओं की समीक्षा
संजय शर्मा ने 2024-25 एवं 2025-26 की बजट घोषणाओं और विभागीय योजनाओं की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कामों की गति तेज की जाए और समय पर लक्ष्यों की पूर्ति सुनिश्चित की जाए।
बैठक में उन्होंने विशेष रूप से भिवाड़ी में प्रगतिरत बाबा मोहन राम नगर वन परियोजना का जिक्र करते हुए कहा कि इसकी तर्ज पर जिले में अन्य नई परियोजनाओं के प्रस्ताव भी शीघ्र भेजे जाएं।
प्रदूषण नियंत्रण पर कड़े निर्देश
बैठक के दौरान राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी अमित जुयाल ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से औद्योगिक इकाइयों और विभागीय कार्यों की जानकारी दी। मंत्री ने निर्देश दिया कि:
अनुपचारित घरेलू और औद्योगिक अपशिष्ट परिसर से बाहर छोड़ने वाली इकाइयों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
चोरी-छिपे टैंकरों के माध्यम से अपशिष्ट छोड़ने वालों के विरुद्ध कठोर कदम उठाए जाएं।
CETP (संयुक्त अपशिष्ट उपचार संयंत्र) का ऑडिट अनिवार्य रूप से कराया जाए।
घरेलू कचरे (MSW) के उचित निस्तारण के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं।
उन्होंने नगर परिषद क्षेत्र में प्लास्टिक मुक्त अभियान चलाने और सिंगल-यूज़ प्लास्टिक पर सख्ती से रोक लगाने के निर्देश भी दिए।
अवैध खनन और अतिक्रमण पर सख्ती
मंत्री शर्मा ने बैठक में कहा कि वन क्षेत्र और उसके आसपास हो रही अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए पुलिस, खनन और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम गठित की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया कि वन क्षेत्र में अतिक्रमण और अवैध खनन किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके लिए विशेष कार्ययोजना बनाकर जल्द से जल्द प्रभावी कदम उठाए जाएं।
जर्जर भवनों की मरम्मत पर जोर
वन विभाग में मौजूद जर्जर भवनों की स्थिति पर भी चर्चा हुई। मंत्री ने निर्देश दिया कि इन भवनों का उपयोग तब तक नहीं किया जाए, जब तक उनकी मरम्मत पूरी तरह से नहीं हो जाती।
अधिकारियों की उपस्थिति
बैठक में पुलिस अधीक्षक भिवाड़ी प्रशांत किरण, अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक टी. जे. कविधा, मुख्य वन संरक्षक राजीव चतुर्वेदी, उप वन संरक्षक राजेन्द्र हुड्डा, अतिरिक्त जिला कलेक्टर खैरथल शिवपाल जाट, एडीएम भिवाड़ी सुमित्रा मिश्र, जिला प्रमुख बलबीर छिल्लर, पूर्व चेयरमेन संदीप दायमा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
भिवाड़ी में हुई इस बैठक में मंत्री संजय शर्मा ने साफ कर दिया कि सरकार पर्यावरण संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण और वन क्षेत्रों की सुरक्षा के प्रति गंभीर है। अतिक्रमण और अवैध खनन को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कचरा निस्तारण और हरियाली बढ़ाने के लिए भी विभागों को ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए।