पीलीभीत की महिला ने लखनऊ में किया आत्मदाह का प्रयास, सिपाहियों पर छेड़खानी का आरोप

पीलीभीत जिले में घर में घुसकर छेड़खानी और लूट के मुकदमे में पुलिस ने पीड़ित महिला का बयान लिया नहीं और एफआर (फाइनल रिपोर्ट) की तैयारी शुरू कर दी। पता चला तो न्याय न मिलने से आहत थाना हजारा के एक गांव निवासी पीड़िता ने सोमवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह करने की कोशिश की। घटना के बाद लखनऊ पहुंचे चौकी इंचार्ज ने पीड़िता की एसपी से बात कराई। एसपी ने आरोपी पुलिसकर्मियों के लाइनहाजिर होने की जानकारी दी।

घटना हजारा थाना क्षेत्र में नेपाल सीमा से सटे एक गांव में 23 अप्रैल की रात करीब 1:30 बजे की है। थाना पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर 14 मई को रिपोर्ट दर्ज की। रिपोर्ट में पीड़िता ने कहा कि वह बहन के साथ घर में सोई थी। रात 1:30 बजे चार पहिया वाहन से पहुंचे पांच लोगों ने घर में घुसकर उसके साथ छेड़खानी की। बहन और उसने विरोध किया तो आरोपियों ने उसके बाल पकड़कर चारपाई से नीचे गिराकर पिटाई की। जान से मारने की धमकी देते हुए असलहों के बल पर सोने की बाली लूट ली। शोर-शराबे पर पड़ोस के झाले में सो रहे भाई के पहुंचने पर उसकी भी पिटाई की। 

पुलिसकर्मियों पर ही लगाया आरोप 

पीड़िता का आरोप है कि घटना को पुलिसकर्मियों ने ही अंजाम दिया। इसको लेकर उसने दो दिन पहले मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर घटना की सीबीसीआईडी जांच कराने, न्याय न मिलने पर मुख्यमंत्री आवास के समीप परिवार सहित आत्मदाह करने की चेतावनी दी। रविवार को पीड़िता अपने भाई और भांजी के साथ लखनऊ रवाना हुई। सोमवार को सुबह करीब 10:45 बजे उसने मुख्यमंत्री आवास के समीप खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह की कोशिश की। वहां ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने दौड़कर उसे पकड़ लिया। उसे और उसके भाई को हिरासत में ले लिया। 

पीड़िता ने लखनऊ से मोबाइल फोन पर बताया कि घटना को पुलिसकर्मियों ने ही अंजाम दिया था, इस पर पुलिस ने पहले तो उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। 13 मई को एक्स पर पोस्ट करने के बाद रिपोर्ट दर्ज की गई। आरोप है कि एसओ हजारा से कहने के बाद भी उसके बयान दर्ज नहीं कराए गए। दर्ज रिपोर्ट में एफआर लगाने के लिए उसके विरोधियों से मिलकर पुलिस ने शपथ पत्र और अन्य झूठे साक्ष्य एकत्र करने शुरू कर दिए। न्याय न मिलने पर मजबूरन उसे आत्मदाह करने का कदम उठाना पड़ा।

घटना के बाद कंबोजनगर चौकी इंचार्ज ने लखनऊ पहुंचकर उसकी बात एसपी से कराई। एसपी ने आरोपी पुलिसकर्मियों के लाइनहाजिर होने और बयान के बाद अगली कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया।

सीओ पूरनपुर प्रतीक दहिया ने कहा कि पहले भी पीड़िता ने आत्मदाह की चेतावनी दी थी। तब पीड़िता को विधिक कार्रवाई होने का आश्वासन देकर समझाया गया था। सोमवार को पीड़िता को लखनऊ में भी विधिक कार्रवाई होने को लेकर समझाया गया। मामले को गहनता से जांच कराकर कार्रवाई कराई जाएगी।

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