कल्पद्रुम महामंडल विधान के दूसरे दिन श्रद्धालुओं ने चढ़ाए अर्घ्य
मिशनसच न्यूज, अलवर। जैन नसिया जी स्थित जैन वाटिका में चल रहे श्री कल्पद्रुम महामंडल विधान के दूसरे दिन भक्तिमय माहौल में श्रद्धालुओं ने अर्घ्य चढ़ाकर जिनेन्द्र भगवान की पूजा-अर्चना की। सुबह श्रीजी के अभिषेक और शांतिधारा के बाद नित्य नियम पूजन संपन्न हुआ, तत्पश्चात् पूरे विधि-विधान के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
वर्षायोग समिति के संयोजक पवन चौधरी ने बताया कि आज चैत्य प्रासाद भूमि पूजन के साथ विधान का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने 24 तीर्थंकरों की जिनेन्द्र भक्ति करते हुए समवशरण की प्रतिकृति पर अर्घ्य अर्पित किए। पूरे दिन वातावरण भक्ति-संगीत और जैन भजनों से गूंजता रहा। भक्तगण भक्ति-भाव से नृत्य करते हुए जिनेन्द्र भगवान की आराधना में लीन रहे।
समवशरण की प्रतिकृति पर पूजा-अर्चना हेतु इन्द्रों के पात्र भी विराजमान रहे, जिन्होंने अर्घ्य चढ़ाकर धर्मानुष्ठान को और अधिक भावपूर्ण बना दिया।
इस दौरान दिगम्बर जैन संत उपाध्याय विज्ञानन्द महाराज ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि –
“हम सब अपनी आत्मा का कल्याण करने के लिए इस विधान में शामिल हुए हैं। जीव आत्मा अनादि से है और जब तक मोक्ष प्राप्त नहीं होगा, तब तक जन्म-मरण का सिलसिला चलता रहेगा। जैन धर्म में भाव का विशेष महत्व है। यदि हम अपने भाव को शुद्ध करेंगे तो हमारा भव भी सुधर जाएगा।”
जैन पत्रकार महासंघ अलवर के जिला संयोजक हरीश जैन ने बताया कि कार्यक्रम का संचालन पवन चौधरी द्वारा किया गया। वहीं, श्री चन्द्रप्रभ दिगम्बर जैन पंचायती मंदिर मुंशी बाजार के अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद जैन ने जानकारी दी कि यह पावन विधान 28 सितम्बर को विश्व शांति महायज्ञ के साथ संपन्न होगा।
मिशन सच से जुडने के लिए हमारे व्हाट्सप्प ग्रुप को फॉलो करे https://chat.whatsapp.com/JnnehbNWlHl550TmqTcvGI?mode=r_c
इसी तरह की स्टोरी के लिए देखें मिशन सच की अन्य रिपोर्ट https://missionsach.com/dr-dilip-sethi-alwar-pediatrician-biography.html