राजगढ़ (अलवर), । केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने शुक्रवार को राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ विधानसभा क्षेत्र के ग्राम ईशवाना में आयोजित सांसद संपर्क एवं धरती आबा जनजातीय अभियान कार्यक्रम में भाग लिया। यहां कार्यकर्ताओं ने उनका पारंपरिक रीति से माला पहनाकर गर्मजोशी से स्वागत किया। रास्ते भर गांव-गांव में लोगों ने उत्साहपूर्वक उनका अभिनंदन किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री यादव ने कहा, “प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जब 11 वर्ष पूर्व अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत की थी, तो उसका उद्देश्य केवल आसन नहीं, आत्म-संयम, मन की स्थिरता और स्वस्थ जीवन को जन-जन तक पहुँचाना था। आज यह विश्वभर में भारत की सांस्कृतिक पहचान बन चुका है।”
उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा, “हम जब चुनाव लड़ते थे तो लोगों को भ्रमित किया गया कि भाजपा आरक्षण खत्म कर देगी, लेकिन एक वर्ष से अधिक हो गया, आरक्षण जस का तस है। हम समाज के हर वर्ग को सशक्त करना चाहते हैं, न कि भ्रमित।”
“अब गांव वाला कलेक्टर को तलाश नहीं करता, सरकार खुद गांवों में पहुंचती है”
भूपेन्द्र यादव ने कहा, “पहले के राज में आमजन पटवारी और तहसील के चक्कर काटता था, जिला कलेक्टर तो आम आदमी की पहुँच से बाहर थे। अब मोदी सरकार में स्थिति बदली है—केंद्रीय मंत्री गांवों में कैंप लगाते हैं, अधिकारी योजनाओं को लेकर सीधे जनता के बीच पहुंचते हैं।”
उन्होंने ई-लाइब्रेरी, सांसद खेल उत्सव, और रोजगार के लिए ग्राम स्तरीय डेयरी विकास की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि यदि ग्रामीण भारत को आगे लाना है, तो रोजगार के नए विकल्पों को गांव से ही खड़ा करना होगा। “हमने अलवर में डेयरी को लेकर बड़ी चुनौती देखी। 1975 में लगा संयंत्र पूरी तरह जर्जर हो गया था। कांग्रेस की सरकारों ने 50 वर्षों में उस पर ध्यान नहीं दिया। हमने पहल की और राजस्थान सरकार से 125 करोड़ रुपये की सहायता दिलाकर नया संयंत्र स्वीकृत कराया, ताकि अगले 20–30 वर्षों तक की आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके।”
“धरती आबा अभियान से आदिवासी समाज को मिला नया आत्मविश्वास”
कार्यक्रम का उद्देश्य जनजातीय समाज को सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक रूप से सशक्त करना था। श्री यादव ने कहा, “धरती आबा अभियान से हमने आदिवासी समाज के युवाओं को सशक्त करने की पहल की है। अब यह समुदाय सिर्फ योजनाओं का लाभार्थी नहीं, देश की उन्नति का सहभागी बन रहा है।”